इश्क़❤️ इश्क़ वो एहसास वो जज़्बात हैजो ना कह सके ऐसे वो हालात हैकरता है कोई या किसी को खुद ब खुद हो जाता हैइश्क़ वो मर्ज है जो हर किसी को हो जाता...
उसकी खूबसरत सी आंखेंकुछ कहना चाह रही थीवो चुप थी बेशक मगरफिर भी उसकी धड़कने शोर कर रही थीपूछा उससे उसका दिल का हालचुपके से वो गले लगा ली थीवो शायद अब रोने वाली थीइसलिए वो सहमी हुई थीवो चुप थी बेशक मगरफिर भी कुछ कहना चाह रही...
रमज़ान की रुखसती का वक़्त हो चलाशैतान फिर से रिहा हो चला हैसंभाले रखना अपना ईमान ऐसे हीक्यूंकि फिर रमज़ान हमसे दूर हो...
तुझसे प्यार किया आज ये गलती लगती हैज़िन्दगी हसते हसते रुलाने लगती हैअब किस्से करे शिकायतें अब तू ही बतातुझसे बिछड़ कर आज सब बेगाने लगते...
वो सेहरी की नूर दिखेगीइफ्तार में बरकत मिलेगीकहा ऐसे खुशियां दिखेगीये तो रमज़ान में ही मिलेगी...